Page de couverture de जब पीड़ा की हो कई परतें

जब पीड़ा की हो कई परतें

जब पीड़ा की हो कई परतें

Écouter gratuitement

Voir les détails du balado

À propos de cet audio

बात जब अपनी या अपनों की हो, तो हम कोई कसर नहीं छोड़ते। पर कई बार हम चाहकर भी सब कुछ नहीं कर पाते। कभी चीजें बूते से बाहर होती हैं, तो कई बार सब कुछ होने पर भी हाथ खाली रह जाते हैं। आप दुखी होते हैं, दूसरों को कोसते हैं। खुद को दोष देते रहतेे हैं, पर इससे दुख तो कम नहीं होता! मन को समझा लेना ही काफी नहीं होता, उसे ठीक से समझाना पड़ता है। अपने इमोशनल स्ट्रेस को कैसे डील करें, तेरी-मेरी बात में आज इसी पर बात।

Ce que les auditeurs disent de जब पीड़ा की हो कई परतें

Moyenne des évaluations de clients

Évaluations – Cliquez sur les onglets pour changer la source des évaluations.