Page de couverture de महारानी अवन्तीबाई - सन् 1857 के स्वाधीनता संग्राम की एक साहस भरी चिंगारी | नारी

महारानी अवन्तीबाई - सन् 1857 के स्वाधीनता संग्राम की एक साहस भरी चिंगारी | नारी

महारानी अवन्तीबाई - सन् 1857 के स्वाधीनता संग्राम की एक साहस भरी चिंगारी | नारी

Écouter gratuitement

Voir les détails du balado

À propos de cet audio

जब दुश्मन ने रामगढ़ को हड़पने की नीति बनायी तब इस रानी ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए पड़ोसी राज्यों के राजाओं एवं जमींदारों को पत्र के साथ कांच की चूडिय़ां भी भिजवाईं और पत्र में लिखा- देश की रक्षा के लिए या तो कमर कस लो या कांच की चूडिय़ां पहन कर बैठो, तुम्हें अपने धर्म-ईमान की सौगंध, जो इस कागज में लिखा पता बैरी को दिया।

इस संदेश को जिसने भी पढ़ा वह देश के प्रति अपना सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए तत्पर हो उठा, सुनिए इस साहस भरी गाथा को और जानिये भारतीय इतिहास की एक वीरांगना अवंतीबाई को |

See omnystudio.com/listener for privacy information.

Ce que les auditeurs disent de महारानी अवन्तीबाई - सन् 1857 के स्वाधीनता संग्राम की एक साहस भरी चिंगारी | नारी

Moyenne des évaluations de clients

Évaluations – Cliquez sur les onglets pour changer la source des évaluations.