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मृत्यु के बाद का जीवन:व्यक्तिगत अनुभव

मृत्यु के बाद का जीवन:व्यक्तिगत अनुभव

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"मृत्यु के बाद का जीवन: एक शाश्वत अन्वेषण" की इस कड़ी में, हम आपको ले चलेंगे उन अनोखे, रोमांचक और कभी-कभी रहस्यमय अनुभवों की दुनिया में, जिन्हें लोग मृत्यु के करीब जाकर महसूस करते हैं। रमेश चौहान की पुस्तक Life After Death के Chapter 7 से प्रेरित इस एपिसोड में हम चर्चा करेंगे — निकट-मृत्यु के अनुभव (NDEs), पुनर्जन्म की स्मृतियाँ, और उन घटनाओं पर जो विज्ञान और अध्यात्म दोनों के लिए चुनौती बनकर सामने आई हैं।निकट-मृत्यु के अनुभव (Near-Death Experiences)हम सुनेंगे Pam Reynolds की चौंकाने वाली कहानी —एक जटिल मस्तिष्क सर्जरी के दौरान, उनका दिल धड़कना बंद हो गया, मस्तिष्क की गतिविधि शून्य हो गई, और शरीर ठंडे ऑपरेशन टेबल पर निश्चल पड़ा था। फिर भी, उन्होंने देखा, सुना और महसूस किया — जैसे वे अपने शरीर से बाहर निकलकर ऊपर से सारा दृश्य देख रही हों।विज्ञान इसे समझाने की कोशिश करता है, लेकिन कई सवाल अनुत्तरित रह जाते हैं।पुनर्जन्म की सजीव स्मृतियाँक्या हम केवल एक ही जीवन जीते हैं, या हमारी आत्मा कई बार जन्म लेती है?Shanti Devi (भारत) की कहानी — जिन्होंने अपने पिछले जन्म के परिवार, गाँव और जीवन की घटनाओं को सटीकता से याद किया, और जिनके बयान सत्य पाए गए।James Leininger (अमेरिका) — एक छोटा बच्चा, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के एक पायलट के जीवन और मृत्यु की अद्भुत जानकारी थी, जिसे ऐतिहासिक रिकॉर्ड से सत्यापित किया गया।अंधविश्वास से विश्वास की ओरकभी-कभी ये अनुभव जीवन को पूरी तरह बदल देते हैं।Howard Storm — एक नास्तिक प्रोफेसर, जिन्होंने मृत्यु के करीब नरक और स्वर्ग दोनों का अनुभव किया। यह घटना उनके जीवन की दिशा ही बदल गई, और वे आध्यात्मिक पथ पर चल पड़े।Anita Moorjani — जिन्हें अंतिम चरण का कैंसर था, लेकिन कोमा से लौटने के बाद वे पूरी तरह स्वस्थ हो गईं। उनका दावा था कि उन्होंने मृत्यु के पार एक अद्भुत प्रेम और प्रकाश का अनुभव किया।वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोणयह एपिसोड केवल कहानियों तक सीमित नहीं है — हम देखेंगे किचिकित्सा विज्ञान इन घटनाओं को कैसे समझाने की कोशिश करता है — जैसे मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी, रासायनिक परिवर्तन, या भ्रम।अध्यात्म इन्हें आत्मा की यात्रा, कर्म के परिणाम और ब्रह्मांडीय चेतना के प्रमाण के रूप में देखता है।और वे घटनाएँ जो किसी भी व्याख्या में फिट नहीं बैठतीं — जो ...
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