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गीता-योग: अध्यात्मिक प्रबोधन की श्रवण यात्रा

गीता-योग: अध्यात्मिक प्रबोधन की श्रवण यात्रा

Auteur(s): रमेश चौहान
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"गीता-योग: अध्यात्मिक प्रबोधन की श्रवण यात्रा" एक आध्यात्मिक और चिंतनशील पॉडकास्ट श्रृंखला है, जो भगवद्गीता के 18 अध्यायों की गहन व्याख्या पर आधारित है। इस चर्चा का आधार ''अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" श्रृंखला पुस्तक है । यह श्रृंखला उन श्रोताओं के लिए समर्पित है जो जीवन के गूढ़ प्रश्नों — धर्म, कर्म, आत्मा, मोह, और आत्मबोध — के उत्तर खोज रहे हैं। हर एपिसोड आपको एक नए योग अध्याय की ओर ले जाता है, जिसमें गीता के श्लोकों का स्पष्ट, भावनात्मक और शास्त्रीय वाचन किया गया है, साथ ही उनके अर्थ को आज के परिप्रेक्ष्य में सरल भाषा में समझाया गया है । "शब्द नहीं, आत्मा बोलेगी — गीता के योगों से!"रमेश चौहान Hindouisme Spiritualité
Épisodes
  • भक्ति, ज्ञान और मोक्ष का मार्ग
    Sep 26 2025

    इस एपिसोड में हम गहराई से समझेंगे कि गीता किस प्रकार भक्ति और ज्ञान के मार्ग को मोक्ष की ओर ले जाने वाला साधन बताती है।
    भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि—

    • भक्ति ही परमात्मा से जुड़ने का सबसे सरल और प्रभावी मार्ग है।

    • भक्ति के विविध रूप जैसे कीर्तन, सेवा और पूर्ण समर्पण जीवन को ईश्वरमय बनाते हैं।

    • चार प्रकार के भक्तों—आर्त, जिज्ञासु, अर्थार्थी और ज्ञानी—में से ज्ञानी भक्त सबसे प्रिय हैं, क्योंकि उसकी भक्ति इच्छा-रहित और पूर्ण समर्पण से युक्त होती है।

    • ज्ञान और भक्ति का संयोजन ही मोक्ष की ओर ले जाता है, जहाँ ज्ञान ईश्वर की वास्तविकता को समझने में सहायता करता है और भक्ति हमें उनसे जोड़ती है।

    यह एपिसोड हमें यह प्रेरणा देता है कि जीवन में केवल धार्मिक कर्मकांड ही नहीं, बल्कि ईश्वर के प्रति सच्चा प्रेम और आत्मिक अनुभव ही वास्तविक मुक्ति का मार्ग है।

    #गीता_योग #कृष्णवाणी #भक्ति_योग #ज्ञान_योग #मोक्ष_का_मार्ग #गीता_उपदेश #SpiritualPodcast #BhaktiAndGyaan #PathToMoksha #KrishnaWisdom

    इस चर्चा के आधार को विस्तार से समझने के लिये आप यह सुन सकते हैं- ⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"अध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग" (Auidiobook)⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

    इसे पढ़ना चाहे तो आप इस सीरिज के ईपुस्तकें पढ़ सकते हैं-⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠"आध्यात्मिक प्रबोधन: गीता के 18 योग"⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠⁠

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    20 min
  • माया और तीन गुणों (सत्त्व, रज, तम) का महत्व
    Sep 21 2025

    श्रीमद्भगवद्गीता के सातवें अध्याय पर आधारित इस कड़ी में हम जीवन के सबसे गहन सत्य की खोज करते हैं।
    यहाँ हम समझते हैं कि किस प्रकार ईश्वर की शक्ति ‘माया’ मनुष्य को भौतिक जगत के बंधनों में उलझाकर वास्तविक सत्य से दूर रखती है।

    साथ ही, हम प्रकृति के तीन गुणों

    • सत्त्व: शुद्धता और ज्ञान की ओर मार्गदर्शन,

    • रजस: क्रियाशीलता और बंधन का कारण,

    • तमस: अज्ञान और आलस्य की जड़—
      का गहराई से विश्लेषण करेंगे।

    अंततः, यह पाठ स्पष्ट करता है कि मोक्ष का मार्ग केवल ईश्वर की शरण में जाकर ही संभव है, जहाँ मनुष्य इन गुणों और माया के प्रभाव से मुक्त होकर आत्मिक स्वतंत्रता (मुक्ति) प्राप्त कर सकता है।

    यह एपिसोड आपको माया के रहस्य, जीवन के गुणधर्म और मोक्ष की राह की गहन समझ देगा।

    #GeetaYog #Maya #Trigun #MokshaMarg #BhagavadGita #AdhyatmikPrabodhan #SpiritualJourney #SanatanDharma #GyaanAurMukti #HinduPhilosophy #Vedanta #KrishnaVani #GeetaPodcast #ChetnaSamvad

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    21 min
  • अपरा और परा प्रकृति: द्वंद्व और समग्रता
    Sep 17 2025

    यह एपिसोड श्रीमद्भगवद्गीता के सातवें अध्याय ज्ञानविज्ञानयोग पर आधारित है, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण हमें भौतिक और आध्यात्मिक प्रकृति के रहस्य से अवगत कराते हैं।

    🔹 अपरा प्रकृति – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश, मन, बुद्धि और अहंकार—भौतिक जगत की आधारशिला।
    🔹 परा प्रकृति – चेतना और जीवन का स्रोत, जो जड़ तत्वों को सक्रियता और जीवन प्रदान करती है।

    इस चर्चा में हम जानेंगे कि कैसे अपरा और परा दोनों मिलकर सृष्टि को बनाए रखते हैं, और क्यों परा प्रकृति की ओर उन्मुख होना हमें भौतिक बंधनों से मुक्त कर मोक्ष की ओर अग्रसर करता है।

    यह एपिसोड केवल दार्शनिक व्याख्या ही नहीं, बल्कि आधुनिक जीवन में संतुलन और आध्यात्मिक दृष्टि को विकसित करने का मार्ग भी प्रस्तुत करता है।

    #गीता_योग #कृष्णवाणी #अध्यात्मिकप्रबोधन #भगवद्गीता #ज्ञानविज्ञानयोग #अपरा_परा_प्रकृति #InnerPeace #SpiritualJourney #BhagavadGitaPodcast #SelfRealization

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    17 min
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